पंजाब सरकार के खजाने की खस्ता हालत, बाढ़ से तबाह कंप्यूटर अध्यापक बिना वेतन बेहाल
Punjab News:
आधे पंजाब में आई बाढ़ ने हज़ारों लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। अनेक इलाकों में घर तबाह हो गए, फसलें बर्बाद हो गईं और लोगों का रोज़मर्रा का जीवन संकट में आ गया। ऐसे कठिन समय में जहां सरकार ने हर संभव राहत और सहायता देने की घोषणाएं की हैं, वहीं दूसरी ओर कर्मचारियों के वेतन तक रोक दिए जाने से हालात और बिगड़ते जा रहे हैं।
सबसे अधिक प्रभावित वर्गों में सरकारी स्कूलों में पढ़ा रहे कंप्यूटर अध्यापक भी शामिल हैं। अगस्त माह का वेतन अभी तक उनके खातों में नहीं पहुंचा है। शिक्षा विभाग की लापरवाही और पंजाब सरकार के खजाने की खस्ता हालत के कारण ये अध्यापक दोहरी मार झेल रहे हैं।
कंप्यूटर फैकल्टी एसोसिएशन पंजाब के प्रांतीय नेताओं प्रदीप कुमार मलूका, लखविंदर सिंह, जसपाल, जतिंदर सोढ़ी, हरचरण सिंह और दविंदर पाठक ने बताया कि कई अध्यापकों के घर बाढ़ में क्षतिग्रस्त हो गए हैं, फसलें तबाह हो चुकी हैं और परिवार गंभीर आर्थिक संकट में है। इसके बावजूद उन्हें अगस्त माह की सैलरी तक नहीं दी गई। ऐसी स्थिति में बच्चों की फीस भरना, बैंकों की किश्तें चुकाना और बीमार परिवारजनों का इलाज कराना भी मुश्किल हो गया है।
अध्यापकों ने सवाल उठाया है कि जब अन्य विभागों के कर्मचारियों की सैलरी समय पर दी जा सकती है तो कंप्यूटर अध्यापकों को ही हर बार इंतजार क्यों करना पड़ता है। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि सरकार ने खजाने की दुहाई देकर वेतन जारी करने में देरी जारी रखी तो वह बड़े पैमाने पर आंदोलन करने को मजबूर होंगे, जिसकी जिम्मेदारी शिक्षा विभाग और पंजाब सरकार की होगी।

